गुरुग्राम के सांसद का दक्षिण हरियाणा (अहीरवाल) प्रेम केवल आरती राव तक ही सिमट गया, चर्चाएं जोरों पर??
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
हरियाणा में नवगठित नायब सैनी सरकार में प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों को सबसे अधिक और मध्य को सबसे कम प्रतिनिधित्व मिला है। अहीरवाल के राजा कहलाने वाले राव इंद्रजीत सिर्फ अपनी बेटी आरती राव को ही मंत्री बनवाने में कामयाब हो सके हैं। वहीं राज्य के दस जिलों से जीत कर आए भाजपा विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। भाजपा ने चुनाव में जितने भी यादव और गुर्जरों को मैदान में उतारा अधिकारों ने जीत हासिल की लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पसंद-नापसंद का ख्याल रखते हुए। दक्षिण हरियाणा से सबसे ज्यादा छह मंत्री शामिल किए है। जबकि उत्तर हरियाणा से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत कुल पांच मंत्री ने शपथ ली है। सबसे कम तीन मंत्री मध्य हरियाणा से बने हैं। अगर लोकसभा अनुसार देखा जाए तो रोहतक को छोड़कर बाकी सभी नौ संसदीय क्षेत्रों को प्रतिनिधि मंडल में स्थान मिला है। जबकि प्रदेश के 22 जिलों में 10 जिले ऐसे हैं जिनको मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। इन दस जिलों में नूंह, सिरसा, फतेहाबाद, रोहतक और झज्जर ऐसे जिले हैं, जहां विधानसभा चुनाव में बीजेपी का खाता ही नहीं खुला। जिला पंचकूला के कालका से भाजपा की शक्ति रानी शर्मा, कैथल के पूंडरी से भाजपा के सतपाल विधायक बने हैं। करनाल से पांचों सीटें बीजेपी ने जीती हैं, लेकिन यहां से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया है। वहीं पहली बार भाजपा ने दादरी व बाढ़दा में जीत हासिल की लेकिन यहां से भी किसी को मंत्री पद नहीं दिया गया। राज्य के विभिन्न जिलों से भी इस बार कमल का फूल खिले हैं, दक्षिण हरियाणा के अहीरवाल जिला रेवाड़ी की तीनों सीटों पर कमल खिला है, लेकिन किसी को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला है, जिससे क्षेत्रवासियों में चर्चाएं है की राव इंद्रजीत जो मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे थे,केवल आरती राव को ही मंत्री पद दिलवाकर मौन हो गए। क्या उनका प्रेम केवल आरती तक ही सीमित था। लोगों का कहना था कि दक्षिण हरियाणा खासकर अहीरवाल से लगता है कि उनका इतना लगाव नहीं रहा। जबकि भाजपा ने अधिकतर टिकट उनके चहेतों को ही दी थी। जिससे भाजपा की शानदार जीत हुई है। जबकि खट्टर सरकार में अहीरवाल से कई मंत्री बनाए गए थे । इस बार उत्तरी क्षेत्र से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चार विधायकों को मंत्री पद से नवाजा गया है, जिनमें अंबाला से विधायक अनिल विज, पानीपत ग्रामीण से विधायक महिपाल ढांडा, रादौर के विधायक श्याम सिंह राणा और इसराना के विधायक कृष्ण लाल चारों को कैबिनेट में शामिल किया गया है। इसी तरह मध्य हरियाणा में बीजेपी को इस बार ज्यादा बढ़त नहीं मिल पाई है। इसलिए मध्य क्षेत्र हरियाणा को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधि कम ही मिला है। मध्य हरियाणा से गोहाना के विधायक डा. अरविंद शर्मा, बरवाला के विधायक रणबीर गंगावा और नरवाना के विधायक कृष्ण कुमार बेदी को सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। जबकि जिला गुरुग्राम से चारों भाजपा विधायकों ने कमल खिलाया है लेकिन फिर भी केवल राव नरबीर सिंह ही कैबिनेट में अपने दमखम पर शामिल हो पाए हैं। वही पलवल से करण दलाल को हराने वाले गौरव गौतम भी बड़ी मार गए। जिनको राज्य मंत्री बनाया गया है। गुरुग्राम से जहां पहले मुकेश शर्मा, तेजपाल तंवर और विमला चौधरी का भी नाम सुर्खियों में था। उनके समर्थक जोर शोर से बयान बाजी कर रहे थे उनके भी चेहरे लटक गए हैं। वहीं कुछ नाखुश विधायकों को किसी भी समय खुश करने के लिए निगम या बोर्ड का चैयरमैन भी बनाया जा सकता है।